भारत सहित पूरी दुनिया में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है. अयोध्या, काशी, उज्जैन और जगन्नाथ पुरी जैसी धार्मिक नगरियों में भी लोगों का सैलाब उमड़ रहा है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में रविवार रात 11 बजे नए साल की पूर्व संध्या पर प्रसिद्ध लता मंगेशकर चौक पर लोगों की भीड़ जुटी. ठीक 12 बजे लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए गए और नए साल का स्वागत किया. धार्मिक नगरी उज्जैन पूरी दुनिया में काफी मशहूर है। वहा महाकाल मंदिर में गर्म जल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया गया.यहां 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर स्थित है।
धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रद्धालु हर नए काम की शुरुआत भगवान महाकाल के आशीर्वाद से करते हैं। इनमें कई सेलिब्रिटी और नेता, मंत्री- मिनिस्टर भी शामिल है। नववर्ष के पहले दिन सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। सुबह 4 से 6 बजे तक लगभग 45 हजार श्रद्धालुओं ने चलित भस्म आरती में बाबा के दिव्य दर्शन किए। इसके साथ अभी 10 से 12 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद जताई जा रही है।
महाकालेश्वर का आशीर्वाद लेकर नए साल की शुरुआत की और सफलता, सुख शांति की प्रार्थना की। वहा भगवान महाकाल को दूध, दही, शहद, शक्कर और फलों के रस से भगवान का पंचामृत पूजन होता है । भगवान महाकाल को पूजन के बाद सूखे मेवे और भांग से सजाया गया है । और इसके बाद उनका विशेष श्रृंगार किया और नववर्ष के अवसर पर महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए चलित भस्म आरती के रूप में दर्शनार्थियों को बाबा महाकाल के दर्शन करवाए गए। जिसके बाद राजाधिराज भगवान महाकाल ने नववर्ष की सुबह आकर्षक स्वरूप में दर्शन दिए। और वहीं महाकालेश्वर मंदिर समिति जिला प्रशासन ने नए साल में श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर पहले इंतजाम कर लिए गए थे।
वही कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम भगवान महाकाल के शरण में पहुंचे, उन्होंने यहां पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। और उन्होंने अपने निर्देश में कहा- दर्शनार्थियों को भगवान महाकालेश्वर के दर्शन आसानी से हो, इसकी समुचित व्यवस्था की जाए।