रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहले ही दीन दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालु की भारी भीड़।

Nandani Goswami
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अयोध्या में संपूर्ण हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है और वो अपने सिंहासन पर विराजमान हो चुके हैं। आयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली सुबह रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसको देखते हुए मंदिर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अयोध्या में राम मंदिर आज से जनता के लिए खोल दिया गया है। राम भगवान की पूजा-अर्चना और उनके दर्शन करने के लिए श्रद्धालु सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए हें। इनमें से ज़्यदातर वे लोग हें जो प्राण प्रतिष्ठा के लिए आए थे और मंदिर में पूजा करने के लिए रुक गए।

यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा-अर्चना के दौरान भावुक दिखे।

बता दें, सोमवार की दोपहर 12:29 मिनट पर रामलला की श्यामवर्णी प्रतिमा भव्य मंदिर के गर्भगृह में प्रतिष्ठित हुई। यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजा-अर्चना के दौरान भावुक दिखे। स्वर्ण आभूषणों से सज्जित रामलला का यह विग्रह चित्त को आकर्षित करने वाला था। गर्भगृह में रामलला विराजमान का पूजन हुआ। रजत चल प्रतिमा की भी प्रतिष्ठा हुई। इस बीच श्यामवर्णी रामलला का नामकरण संस्कार हुआ। अब रामलला बालक राम के रूप में जाने जाएंगे। रामनगरी सोमवार को दिन ढलते ही दिवाली सी जगमग हुई। ’राम नगरी’ अयोध्या ने वैश्विक ध्यान खींचा,जहां बड़े स्तर पर मिट्टी के दीये जलाए गए और शहर के विविध हिस्सों में रात के समय पटाखे जलाए गए, घरों की साज-सज्जा सब कुछ दीपावली की तरह ही रहा।

रामलला के दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालु की भारी भीड़।

राम मंदिर, सरयू के घाटों के साथ ही रामनगरी के मंदिरों को ढाई लाख से अधिक दीयों को जगमग किया गया। हनुमानगढ़ी, दशरथमहल, छोटी छावनी, सुग्रीव किला, नागेश्वरनाथ आदि मंदिरों को दीयों से प्रकाशित किया गया। लोगों ने घरों की सजावट भी दीपावली की भांति ही की। रंगोली से भी घरों को सज्जित किया गया। प्राण प्रतिष्ठा तक की आलंकारिक यात्रा में सात दिन तक अनुष्ठान शामिल था जो 16 जनवरी को शुरू हुआ था इस समारोह में देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया समारोह में विविध आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी प्रदेश के लोग भी शामिल हुए ‘प्राण प्रतिष्ठा’ अनुष्ठान करने के बाद राम लला की मूर्ति का अनावरण किया गया।

राम लला के कई श्रद्धालु भक्तो तीन दिन से रूके हुए हैं दर्शन के लिए और कह रहे हे,की हम हमारे रामलला के दर्शन करके ही जाएंगे। एक अन्य श्रद्धालु ने कहा ये भीड़ सदा रहेगी और रहनी भी चाहिए। भारत धर्म की भूमि है। 5 साल के बालक रूप में विराजमान रामलला का सोने के आभूषणों से श्रृंगार देख लोग भावुक हो गए। ट्रस्ट की माने तो 200 किलो की प्रतिमा को 5 किलो सोने के आभूषण पहनाए गए हैं। रामलला ने सिर पर सोने का मुकुट भी पहन रखा है।

श्री राम मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी।

रामलला के दर्शन को उत्सुक दिखे भक्त

अयोध्या में संपूर्ण हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज श्री राम मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। मुंबई से अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए पहुंची एक महिला श्रद्धालु ने कहा हम यहां तीन दिन से रूके हुए हैं दर्शन करके ही जाएंगे। एक अन्य श्रद्धालु ने कहा ये भीड़ सदा रहेगी और रहनी भी चाहिए। रामलला के चंडीगढ़ के एक भक्त तेजिंदर सिंह ने कहा, “हम बहुत खुश हैं। अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है। हम इस कार्य से और भी बहुत ज्यादा प्रभावित हैं कि हम राम लला के ‘दर्शन’ करने जा रहे हैं।

एक अन्य राम भक्त ने कहा कि वह ओडिशा से अयोध्या में भगवान राम के दर्शन के लिए आए हैं। उन्होंने कहा -मैं भगवान राम लला के दर्शन करने के लिए बाइक पर ओडिशा के पुरी से अयोध्या आया हूं, यह 1224 किलोमीटर की यात्रा थी। मैं भगवान राम लला के ‘दर्शन’ के लिए बहुत उत्सुक था,जब रास्ते में मुझसे पूछा गया कि मैं कहां जा रहा हूं, मैंने कहा कि मैं उस मंदिर में भगवान राम के दर्शन करने जा रहा हूं जो 500 साल से अधिक समय से बना है। भयंकर ठंड के बीच श्रद्धालुओं को मंदिर के समीप सरयू नदी में डुबकी लगाते भी देखा गया।

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मिलिए नंदनी गोस्वामी से, जो एक गतिशील व्यक्ति हैं और अपने क्षेत्र में लहरें पैदा कर रही हैं। मनोरंजन, फैशन, स्वास्थ्य, राजनीति, यात्रा आदि के जुनून के साथ, मैं नवाचार को सबसे आगे लाने के लिए रचनात्मकता के साथ विशेषज्ञता को जोड़ती हूं। कई उद्योगों में अग्रणी, उत्कृष्टता के प्रति उनके समर्पण ने ध्यान और प्रशंसा अर्जित की है।
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