रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनगरी को साफ-सुथरा बनाने का संकल्प लिया है। और पीएम मोदी ने देशभर के लोगों से प्रार्थना करते हुए कहा है कि मकर संक्रांति के दिन से छोटे-मोटे तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का अभियान चलाएं। और देश वासिओ से अपील की हे की अयोध्या को सबसे स्वच्छ शहर बनाना हैं।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनगरी आयोध्या को साफ-सुथरा बनाने का संकल्प लिया है। और देश से अयोध्या को सबसे स्वच्छ शहर बनाने की अपील की। और उन्होंने यह भी कहा कि देशभर के लोगों से प्रार्थना है कि मकर संक्रांति के दिन से छोटे-मोटे तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का अभियान चलाऐ ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मेरे अयोध्या के भाई-बहनों आपको देश और दुनिया के विभक्त के लिए तैयार होना है। अब से देश-दुनिया के लोग सतत हर रोज अयोध्या आते रहेंगे। इसलिए अयोध्यावासियों को एक संकल्प लेना है कि रामनगरी को भारत का सबसे स्वच्छ और सुंदर शहर बनाएंगे । और ये स्वच्छ अयोध्या अयोध्यावासियों की जिम्मेदारी है।’ और ये भी कहा हे की ‘देशभर के लोगों से मेरी प्रार्थना है कि भव्य राम मंदिर के निर्माण के निमित्त, एक सप्ताह पहले यानि 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन से पूरे देश के छोटे मोटे सभी तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता का बहुत बड़ा अभियान चलाना चाहिए। हर मंदिर में सफाई का अभियान हमें 14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलाना हैं।’ ‘प्रभु राम सभी के हैं।‘ भगवान राम अब आ रहे हैं तो हमें हमारा एक भी मंदिर, एक भी तीर्थ क्षेत्र खराब नहीं रहने देना हैं।’
22 जनवरी को आयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन दशक पुरानी प्रतिज्ञा भी पूरी होगी । मोदी इस दिन नए मंदिर में मुख्य यजमान के रूप में रामलला की आंखों से पट्टी हटाए जाने के बाद पहला दर्शन करेंगे। इसी के साथ 14 जनवरी 1992 को जन्मभूमि में रामलला के सामने ली गई उनकी भावपूर्ण प्रतिज्ञा पूर्ण हो जाएगी। कन्याकुमारी में 11 दिसंबर 1991 में से शुरू हुई भाजपा की एकता यात्रा 14 जनवरी 1992 को अयोध्या पहुंची थी। इस यात्रा में मुरली मनोहर जोशी के साथ गुजरात भाजपा के महासचिव के रूप में नरेंद्र मोदी भी आए थे। तब वह अयोध्या (जन्मभूमि) में दर्शन करने गए थे। इस दौरान प्रतिज्ञा ली थी कि अब जब मंदिर में विराजमान होने के बाद वह दर्शन करने आएंगे।
साथ ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से यह भी कहा हें की विशेषकर उत्तर प्रदेश के राम भक्तों को, मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है वह भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या आने का मन 22 तारीख को न बनाएं। उस दिन एक बार निश्चित रूप से कार्यक्रम हो जाने के बाद, 23 तारीख के बाद अपनी अनुकूलता के अनुसार वे अयोध्या आएं. और हो रहे निर्माण कार्य हर एक राम भक्त के लिए अयोध्या के भगवान राम के दर्शन को और सरल बनाएंगे.ये एतिहासिक क्षण बहुत भाग्य से हम सभी के जीवन में आया है। प्रभू श्रीराम आ रहे हैं, तो हम उनके दर्शनों के लिए इंतजार करें. 550 वर्षो तक इंतजार किया है, तो कुछ और दिन इंतजार कीजिए. और इसलिए सुरक्षा के लिहाज से, व्यवस्था के परवाह से 22 जनवरी को यहां आने से बचिए.