सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए कई तरह की नई नई योजनाए शुरू की है। जिनमे से एक हैं प्रधानमंत्री कुसुम योजना यह योजना 08 मार्च 2019 को शुरू की गई थी। इस योजना का लक्ष्य भारत में सौर ऊर्जा के उत्पादन को आगे बढ़ाना और किसानों को सौर कृषि के लाभ इनायत करना है। पीएम कुसुम योजना किसानों को समर्थन देने के लिए केंद्र सरकार की नवीनतम योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत सभी किसानों को खेती की सिंचाई करने के लिए सोलर पंप के लिए अनुदान रकम प्रदान की जाती है।
अगर देश का कोई भी किसान जो पेट्रोल या डीजल से अपने खेतों की सिंचाई कर रहे हैं वह प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा लगाकर अपने पंपों को चलाकर खेती की सिंचाई कर सकते हैं। जो भी किसांन प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लिए आवेदन किया था तो उन लोगों के लिए सरकार द्वारा जो लोग पात्र हैं उनकी सूची जारी कर दी गई है। प्रधानमंत्री कुसुम योजना की लिस्ट चेक करने के यह आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना होगा।
भारत सरकार ने घोषणा की है, कि यह कुसुम योजना किसानों को सौर पंप और ग्रिड से जुड़े सौर और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने में मदद करेगी। और किसानों के पास अतिरिक्त जमा बिजली वह सरकार को सीधे भेज सकेंगे। जिससे किसानों की आमदनी के एक और साधन की वृद्धि होगी | इस योजना के अंतर्गत नामांकित सभी किसानों को सोलर प्लांट लगाने के लिए 60% सब्सिडी प्राप्त होगी। असल में फसलों की सिंचाई करने में डीजल या पेट्रोल द्वारा चलित पंपों का प्रयोग किया जाता है |
प्रधानमंत्री कुसुम योजना 2030 तक गैर-जीवाश्म-ईंधन स्रोतों से 40% तक बिजली की स्थापित योग्यता का हिस्सा बढ़ाने की दिशा में सुरक्षा, बेहतर तंत्र और अच्छी आमदनी के मामले में देश का प्रथम कदम है। यह योजना 2026 तक 25,750 मेगावाट की सौर और अन्य नवीकरणीय क्षमता जोड़ने की है। स्कोर प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने संबंधित एजेंसियों को सेवा शुल्क सहित 34,422 करोड़रुपये की वित्तीय मदद का प्रस्ताव दिया है।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना 2024 का उद्देश्य
जैसे की आप लोग जानते है कि भारत में कई ऐसे राज्य हैं, जो सूखे पड़े है। और वंहा खेती करने वाले किसानो की खेती को सूखे से नुकसान उठाना पड़ता है। इस बात पर ध्यान देते हुए केंद्र सरकार ने पीएम-कुसुम योजना को शुरू किया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के किसानो को मुफ्त में बिजली उपलब्ध करवाना हैं| पीएम-कुसुम योजना के अंतर्गत सोलर अर्थात सौर उर्जा द्वारा संचालित पंप लगाने के लिए किसानों के समूह, पंचायत और सहकारी समितियां अप्लाई कर सकती हैं। इस योजना में संबंधी समस्त मूल्य को 3 श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिसमें सरकार किसानों की मदद करेगी।
सरकार किसानों को 60% की सब्सिडी प्रदान करेगी और लागत का 30% सरकार द्वारा लोन के रूप में दिया जाएगा। किसानों को परियोजना की कुल लागत का 10 फीसदी ही देना होगा। और इस योजना के अधीन किसानो को सिचाई के लिए सोलर पैनल की सुविधा इनायत करना जैसे वह अपने खेतो कि अच्छे से सिचाई कर सके | इस कुसुम योजना वर्ष 2024 के ज़रिये किसान को दोगुना फायदा होगा और उनकी आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी | और यदि किसान ज्यादा बिजली बनाकर ग्रिड को भेजते है। तो उन्हें उसकी कीमत भी मिलेगी।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना 2024 के लाभ
- कुसुम योजना 2024 के तहत पहले चरण में डीजल से चल रहे 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा| जिससे डीजल खपत कम होगी।
- अब खेतों को सिंचाई करने वाले पंप सौर ऊर्जा से चलेंगे किसानों की खेती में बढ़ावा होगा |
- भारत सरकार 28 हजार 250 मेगावाट की महत्तम एकत्रीकरण शक्ति सीमा के साथ सौर संयंत्रों की स्थापना प्रारंभ करेगी।
- योजना विवरण के अनुसार, हमारी सरकार अत्याधुनिक सौर पंप स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान करेगी, इन पंपों की क्षमता 720 एमवी (MV) है।
- प्रधानमंत्री कुसुम योजना उन किसानो के लिए फायदेमंद होगी जहाँ के राज्य सूखाग्रस्त होंगे और वह जहाँ बिजली की समस्या रहती हो |
- सोलर पेनल से जो अपर बिजली बनेगी किसान उस बिजली को सरकारी या गैर सरकारी बिजली विभागों में बेच सकता है जहाँ से किसानो को 1 महीने की 6000 रूपये की मदद मिल सकती है|