प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2024 कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने की अपनी पुरानी बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि आज का भारत 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए आगे बढ़ रहा है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मोबिलिटी सेक्टर अहम भूमिका निभाने जा रहा है। अगले 24 सालों तक यानी साल 2047 तक भारत की तरक्की का रास्ता कैसे तय होगा, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी योजना की रूप-रेखा सामने रख दि है। साल 2047 तक भारत को विकसित देश के रूप में दुनिया के सामने लाने के लिए भारत का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया जा चुका हैं। इसके साथ ही विकसित भारत प्रोग्राम की शुरुआत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘इस बजट में युवा भारत की युवा आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। बजट में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। अनुसंधान और नवाचार पर 1 लाख करोड़ का फंड बनाने की घोषणा की गई है, बजट में स्टार्टअप को मिलने वाले टैक्स छूट के विस्तार का भी एलान किया गया है। इसमें राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखते हुए पूंजीगत व्यय को 11 लाख 11 हजार 111 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक ऊंचाई दी गई है।’विकसित भारत @2047 या Viksit Bharat @2047 कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अपने प्लान को देश के युवाओं के सामने पेश किया ही है,और उनसे भी आइडिया मांगे जा रहे हैं। और इस विकसित भारत को ‘विकसित भारत @2047: वॉइस ऑफ यूथ’ का नाम दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा की ,”हमारी सरकार के प्रयासों से पिछले 10 वर्षों में करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। आज का भारत भविष्य की नीतियों को ध्यान में रखते हुए नई नीतियां बना रहा है और इसमें निश्चित तौर पर मोबिलिटी सेक्टर के लिए विशेष जगह है। और ये आजादी का अमृतकाल है और भारत के लिए उन्नति की राह पर फर्राटा भरने का ‘यही सही समय है।’ पूरी युवा पीढ़ी इस समय अपनी ऊर्जा के माध्यम से देश को आगे ले जाने के लिए तैयार है। आजादी मिलने के समय जिस तरह युवा जोश ने देश को आगे बढ़ाया, ठीक उसी तरह अब युवाओं का लक्ष्य एक ही होना चाहिए कि- ‘विकसित देश कैसे बनेगा भारत’।
ऐसा क्या करें कि भारत विकसित बनने के अपने रास्ते में तेजी से आगे बढ़े और इसके लिए देश की युवा ऊर्जा को ऐसे ही लक्ष्य के लिए चैनलाइज करना है। साथ ही हमें ऐसी युवा पीढ़ी को विकसित करना है जो आने वाले समय में देशहित को अग्रगण्य रखते हुए भारत को तरक्की की राह पर सबसे आगे बनाए रख सके। देश की यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर्स से भी पीएम मोदी ने कहा कि युवाओं के साथ-साथ शिक्षकों को भी ‘विकसित भारत @ 2047’ के लक्ष्य में योगदान देने के लिए अपनी सोच की सीमा से बाहर जाकर सोचना होगा।