भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, खासकर उनके लिए जो दुधारू पशुओं का पालन करते हैं। किसानों को खेती के साथ ही मवेशी पालन के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार किसानों को पशुओं की खरीद और पशु के लिए आवास के साथ ही पशुओं का बीमा कराने की सुविधा दे रही हैं।
ग्राम्य क्षेत्रों में लगभग हर घर में दुधारू पशु पालन होते हैं। जिसमे किसानों के द्वारा खेती के साथ साथ हर घर में पशुपालन किया जाता है। काफी लोगो के द्वारा डेयरी फार्मिंग बिजनस भी किया जाता है। खेती के साथ पशुपालन करके अपनी आमदनी को दोगुना करने का किसानों के पास अच्छा विकल्प है। किसान खेती के साथ-साथदूध का उत्पादन करते हुए देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ा रहे हैं। शहर में रह रहे लोगों की हर प्रकार से सहायता भी की जा रही है। ऐसे में आज के समय में पशुपालन करना काफी जोखिम हो चुका है। क्योंकि महंगाई के कारण पशुपालन करने में काफी ज्यादा खर्च आता है। लेकिन अच्छे दुधारू पशुओं का पालन करके मुनाफा भी कमाया जा सकता है।
बदलते पद्धति के अनुसार आजकल पशुओं के अंदर बीमारियां भी काफी देखने को मिल रही है। जिसके कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए अब सरकार के द्वारा पशुपालकों के लिए अच्छा कदम उठाया गया है। जिसमे सरकार के द्वारा पशुओं का बीमा किया जाता है। यह लाभ सिर्फ उन लोगो को मिलेगा जिसके पास दुधारू पशु है। जिनमे कम खर्चे में अपने पशुओं का इनश्योरेंस करवा कर होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।
यह योजना किसानों और पशुपालकों के लिए फायदेमंद हो सकती है। यदि आप भी अपने दुधारू पशु का बीमा इस योजना के तहत करवाते हैं तो आपको सरकार से मिलने वाले अनुदान की रकम को हटाकर शेष रकम का भुगतान करना होगा। जैसा कि इस योजना के तहत राज्य सरकार की ओर से प्रीमियम रकम पर 75 फ़ीसदी अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना में प्रति पशु का अधिकतम मूल्य 60,000 रुपए निर्धारित किया गया है। इस पर पशुपालक किसानों के लिए प्रति पशु 3.5 फ़ीसदी की दर से बीमा प्रीमियम देना होता है। इस तरह पशुपालक को 60,000 रुपए का 3.5 फ़ीसदी यानि 2100 रुपए का प्रीमियम बनता है। इस पर राज्य सरकार की ओर से 75 प्रतिशतइस पर राज्य सरकार की ओर से 75 फ़ीसदी सब्सिडी दी जाएगी जिसमे 1575 रुपए सरकार जमा कराएगी। अब जो शेष रकम 25 प्रतिशत बची है यानि 525 रुपए ही पशुपालक किसान को अपनी जेब से प्रीमियम देना होगा। ऐसे में आप भी इस योजना के जरिये सांकेतिक के प्रीमियम पर अपने पशु का बीमा करवाकर बेफिक्र हो सकते हैं।
यह योजना बिहार सरकार की ओर से चलाई जा रही है। ऐसे में यदि आप बिहार के पशुपालक किसान है तो आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए आपको गव्य विकास निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट https://dairy.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन अर्जी करना होगा। अर्जी से पहले आपको इस येाजना में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद आप इस योजना में अर्जी के लिए लॉगिन कर सकेंगे। योजना से संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए इस योजना की अधिकारिक वेबसाइट dairy.bihar.gov.in पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।